Menu
blogid : 5273 postid : 44

अन्ना हजारे नहीं “अन्ना कड़ोरो”

india kal aaj aur kal.
india kal aaj aur kal.
  • 45 Posts
  • 10 Comments

धन्य है ये भारत माता धन्य है तेरी कहानी,
पैदा किये तुने कैसे कैसे वीर और उन्होंने गाढ़ी अजीब अजीब कहानी,
सुनहरा है इतिहाश तुम्हारा, सुनहरा है बर्तमान और
इस्वर करे ऐसे ही सुनहरा रहे तुम्हारा भविष्य.
पहले गाँधी फिर जेपी की आंधी और आज है
अन्ना का तूफान.
हर जंग में तेरे साथ खरा था युवा हिंदुस्तान,
धन्य है ये भारत माता धन्य है तेरी कहानी.
जब हम अंग्रेजो के कुशाशन में गुलामी की जिन्दगी जी रहे थे तो भारत माँ ने एक सपूत दिया जो हमरे हक के लिए लारा और युवावो की आंधी उसके साथ थी और हमें आजादी दिलाई जिसे दुनिया महात्मा गाँधी और हम राष्ट्र पिता कहते है,
फिर जब हम देशवाशी कांगेस की भरष्टाचार से त्रस्त हो गए तो हमारी माँ ने एक और सपूत पैदा किया जिसके एक आह्वान पे देश के सारे युवा सरको पे आगये और उसके आंधी में उर गयी इन्द्रा गाँधी वो सपूत था जिसे दुनिया जय प्रकाश और हम लोकनायक कहते है,
और आज इतिहाश उशी इमार्जेंशी की याद दिला रही है हमें क्यों की आज एक तरफ फिर वही भरष्ट, लुटेरी, तानाशाह, घोटालेबाज कांग्रेस की सरकार है और और दूसरी तरफ है एक आंधी, ७४ साल का बुढा नहीं ६४ साल का युवा भारत, सिर्फ एक अन्ना हजारे नहीं करोरो युवा अन्ना जिन्हें हम अन्ना हजारे नहीं “अन्ना कड़ोरो” कह रहे है . जिस गांधीवादी एक आवाज पे आज फिर इतिहाश को दुहराते हुए इस ६४ साल के भारत ६४% युवाओ की आंधी चल पड़ी है, जो पुनः अपने इतिहाश को दुह्राएगी और इस आंधीमें एक बार फिर उड़ जाएँगी मैडम सोनिया गाँधी, और ध्वश्ता हो जायेगा इन तानासहो के तिलाश्मा का ये कुनबा जो बना है भरष्टाचार की बुनियाद पे,
दिनकर ने कहा है “जब मानव जोर लगाएगा पत्थर भी मोम बन जायेगा”
और यहाँ तो १२० कड़ोर भारतिय्र ही अपना जोर लगा रहे है वो भी उस सरकार के खिलाफ जिसको गलती से उन्ही ने चुन दिया था और आज उसका खामियाजा भुगत रहे है,
लेकिन उन्हें चिरिया के खेत चुगने से पहले ही पछतावा का अह्शाश हो गया है और वे किसी भी कीमत पे अपने खेत को चुगने नहीं देंगे और इन लुटेरे बाजों को मर भगायेंगे.
संभल जाओ मैडम सोनिया, और देश को डुबोने वाले मनमोहन, बांध लो अपनी मोटरी और पकर्लो पतली गली क्यों की
देखो जगा जगा रे हिंदुस्तान, देखो जगे इसके नवजवान,
भागो भागो रे मनमोहन, भागो से राहुल नवजवान,
भागो रे सोनिया गाँधी,देखो चली है युवावो की आंधी,
भागो रे कांग्रेस सरकार, तेरे पीछे है आना हजार,
देखो जगा रे हिंदुस्तान, जगे इसके नवजवान.
ये भरष्ट कांग्रेस भरष्ट, सोनिया, संभल जावो भाग जावो क्यों की इतिहाश को दोहराने क लिए हिंदुस्तान का युवा जग चूका है, ये आन्दोलन एक ७४ साल के अन्ना हजारे का नहीं बल्कि युवा हिंदुस्तान के अन्ना कड़ोरो का है.
जय भारतमाता,
जय हिंद
जय हिंद के नवजवान.

विकाश कुमार सिंह.

Read Comments

    Post a comment